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रणजीत हनुमान मंदिर इंदौर: भव्य प्रभात फेरी का नजारा

रणजीत हनुमान मंदिर: भव्य प्रभात फेरी का नजारा | रणजीत हनुमान मंदिर प्रभात फेरी 2025

इंदौर का रणजीत हनुमान मंदिर: भक्ति और विरासत का एक अनूठा संगम

इंदौर का रणजीत हनुमान मंदिर देश भर में प्रसिद्ध है. यह मंदिर न केवल अपनी भव्यता के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां भगवान हनुमान के एक अनोखे रूप, ‘रणजीत’ रूप की पूजा की जाती है, जो इसे अन्य मंदिरों से अलग बनाता है.

महारानी अहिल्याबाई होल्कर की देन: इस भव्य मंदिर की स्थापना महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने करवाई थी, जिन्होंने इंदौर शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

रणजीत अष्टमी का महोत्सव: हर साल रणजीत अष्टमी के पावन अवसर पर यहां एक भव्य उत्सव आयोजित किया जाता है. इस उत्सव में पूरे शहर में एक अलग ही धार्मिक रंग देखने को मिलता है. मंदिर को रंग-बिरंगी रोशनी और फूलों से सजाया जाता है. भजन-कीर्तन, आरती, और अन्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.

प्रभात फेरी – एक अनोखा दृश्य: इस उत्सव की सबसे बड़ी विशेषता है भगवान रणजीत हनुमान की भव्य प्रभात फेरी. हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं. भगवान हनुमान सोने के रथ पर विराजमान होकर निकलते हैं, जिसका दृश्य अत्यंत मनमोहक होता है.

रणजीत अष्टमी का महत्व: रणजीत अष्टमी का नाम भगवान राम द्वारा हनुमान जी को ‘रणजीत’ की उपाधि प्रदान करने से जुड़ा है. मान्यता है कि सीता माता को खोजने के बाद लंका से लौटने पर भगवान राम ने हनुमान जी को इस उपाधि से सम्मानित किया था.

मंदिर के बारे में जानिए:

  • रणजीत रूप: यहां भगवान हनुमान का जो रूप पूजा जाता है, उसे ‘रणजीत’ रूप कहा जाता है, जो इसे अन्य मंदिरों से अलग बनाता है.
  • अहिल्याबाई का योगदान: इस मंदिर की स्थापना महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने करवाई थी, जिन्होंने इंदौर शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
  • प्रसिद्ध प्रभात फेरी: हर साल रणजीत अष्टमी पर यहां एक भव्य प्रभात फेरी निकाली जाती है, जिसमें हजारों लोग शामिल होते हैं.
  • धार्मिक आस्था का केंद्र: यह मंदिर हिंदू धर्म के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है.

उम्मीद है कि यह संशोधित लेख आपके लिए उपयोगी होगा.

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